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हमें ऐसे ही रहने दो

  • ranvirsinghgulia
  • Jan 7, 2021
  • 1 min read

मैं नर हूँ

मुझे नर ही रहने दो

मैं नारी हूँ

मुझे नारी ही रहने दो

हम नर नारी हैं

हमें नर नारी ही रहने दो

प्रकृति नियमाधीन कृति अनुपम

पूर्ण निष्ठ व सक्षम

पूरक हैं हम

हमें पूरक ही रहने दो

हमें ऐसे ही रहने दो

क्षमताएं असीमित रखते हम

पार करें पथ दुर्गम

मत धकेलो स्पर्धा के दलदल में

प्रेरक हैं हम

हमें प्रेरक ही रहने दो

हमें ऐसे ही रहने दो


 
 
 

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