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विश्वास

  • ranvirsinghgulia
  • May 11, 2021
  • 1 min read

विश्वास है यदि कुछ तो वह केवल आत्म-विश्वास

ज्ञान आधारित जिसका जन्म और विकास

ज्ञान के लिए केवल पुरुषार्थ

नहीं तो है अंध-विश्वास

महानतम ज्ञान है ईश्वर

रचना हूँ मैं उसकी

सीमित बुद्धि है मेरी

रचना करूँ कैसे उसकी

भयवश नहीं है उत्पन्न मेरा ईश्वर

भयमुक्त करता है मुझे मेरा ईश्वर

 
 
 

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