top of page
Search
ranvirsinghgulia

विश्वास

विश्वास है यदि कुछ तो वह केवल आत्म-विश्वास

ज्ञान आधारित जिसका जन्म और विकास

ज्ञान के लिए केवल पुरुषार्थ

नहीं तो है अंध-विश्वास

महानतम ज्ञान है ईश्वर

रचना हूँ मैं उसकी

सीमित बुद्धि है मेरी

रचना करूँ कैसे उसकी

भयवश नहीं है उत्पन्न मेरा ईश्वर

भयमुक्त करता है मुझे मेरा ईश्वर

9 views0 comments

Recent Posts

See All

कल आज और कल

आज परिणाम है कल का कल परिणाम होगा आज का आज को सुंदर से सुन्दरतर बनाने की चाह में विकृत किया मानव ने कल को पूर्व व पुनर्जन्मों में स्वयं...

क्षमा करो

क्षमा करो और भूल जाओ मान क्षमा को शक्ति गुण गाओ व अपनाओ पहनकर क्षमा परिधान स्वयं को समझना महान किसी धूर्त की वंचिका है यह किसी अपराधी की...

ढलती याद

याद रहता था जब बस इतना हाँ यह मुझे याद था कल इसमें कुछ जुड़ गया फिर कुछ भी नहीं हो गया और मेरी समझ में आ गया कुछ आयाम होते हैं याद के भी...

Comments


bottom of page